Baba Balak Nath Chalisa Pdf एक शक्तिशाली पीडीऍफ़ मे माना जाता है इस पीडीऍफ़ मे Baba Balak Nath Chalisa Pdf का पाठ है जिसके पाठ करने से भक्तो को सारे दुखो का नाश हो जाता है और भगवान शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। Baba Balak Nath Chalisa बाबा बालक नाथ के शक्तियों का गुणगान है और बाबा बालक नाथ,नाथ संप्रदाय से आने वाले एक अग्रणी संत है जो की लोगो का मानना है की बाबा बालक नाथ भगवान शिव के ही रूप है जिन्होंने दुष्टो का संहार करने और सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए ही पृथ्वी पर अवतरित हुए थे।
Baba Balak Nath Chalisa Pdf के फायदे :
दोस्तों बाबा बालक नाथ एक शक्तिशाली संत थे जिन्होंने देश मे सनातन धर्म को एक नए मार्ग पर ले गए थे इनके द्वारा नाथ संप्रदाय की स्थापना की गई थी आगे चलकर नाथ संप्रदाय पुरे देश ही नहीं बल्कि दुनिआ मे भी खूब फैला। Baba Balak Nath Chalisa Pdf का पाठ करके आप सभी भगवन शिव के ही एक रूप का पूजन अर्चन करते है। बाबा बालक नाथ को माता पार्वती द्वारा आशीर्वाद प्राप्त है। इनके चालीसा के पथ से आप अपने बिगड़े काम को बना सकते है और दुखो का सर्वनाश कर सकते है।
Baba Balak Nath Chalisa Pdf का प्रयोग कैसे करे। :
बाबा बालक नाथ चालीसा का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले नहा धोकर साफ सुथरे जगह पर एक चटाई बिछाकर बैठ जाये उसके बाद इस पीडीऍफ़ को डाउनलोड करके सामने रख ले और हाथ जोड़कर बाबा बालक नाथ के फोटो या केलिन्डर के सामने बैठकर इसका पाठ करे।
Baba Balak Nath Chalisa का जाप करने के परिणाम :
दोस्तों बाबा बालक नाथ चालीसा का जो बी व्यक्ति पाठ करता है वह एक प्रकार से भगवान शिव की ही आराधना करता है जिससे उस व्यक्ति के सरे बिगड़े काम जल्दी ही पूरा हो जाते है और भक्त को एक परम आनद की प्राप्ति होती है हमारे धर्म ग्रंथो मे भगवान की आराधना करने को बोला गया है।
Baba Balak Nath Chalisa Lyrics :
दोहा
गुरु चरणों में सीस धर करूँ मैं प्रथम प्रणाम,
बख्शो मुझको बाहुबल सेव करुं निष्काम,
रोम-रोम में रम रहा रूप तुम्हारा नाथ,
दूर करो अवगुण मेरे, पकड़ो मेरा हाथ
चालीसा
बालक नाथ ज्ञान भंडारा, दिवस-रात जपु नाम तुम्हारा
तुम हो जपी-तपी अविनाशी, तुम ही हो मथुरा काशी
तुम्हरा नाम जपे नर-नारी, तुम हो सब भक्तन हितकारी
तुम हो शिव शंकर के दासा, पर्वत लोक तुमरा वासा
सर्वलोक तुमरा यश गावे, ऋषि-मुनि तव नाम ध्यावे
काँधे पर मृगशाला विराजे, हाथ में सुन्दर चिमटा साजे
सूरज के सम तेज तुम्हारा, मन मंदिर में करे उजियारा
बाल रूप धर गऊ चरावे, रत्नों की करी दूर वलावें
अमर कथा सुनने को रसिया,महादेव तुमरे मन बसिया
शाह तलाईयाँ आसन लाए, जिस्म विभूति जटा रमाए
रत्नों का तू पुत्र कहाया, जिमींदारों ने बुरा बनाया
ऐसा चमत्कार दिखलाया, सब के मन का रोग गवाया
रिद्धि-सिद्धि नव-निधि के दाता, मात लोक के भाग्य विधाता
जो नर तुम्हरा नाम धयावे,जन्म-जन्म के दुख बिसरावे
अंतकाल जो सिमरन करहि, सो नर मुक्ति भाव से मरहि
संकट कटे मिटे सब रोगा, बालक नाथ जपे जो लोगा
लक्ष्मी पुत्र शिव भक्त कहाया, बालक नाथ जन्म प्रगटाया
दूधाधारी सिर जटा रमाए, अंग विभूति का बटना लाए
कानन मुंदरां नैनन मस्ती, दिल विच वस्से तेरी हस्ती
अद्धभुत तेज प्रताप तुम्हारा, घट-घट की तुम जानत हारा
बाल रूप धर भक्त रिमाये, निज भक्तन के पाप मिटाए
गोरक्ष नाथ सिद्ध जटाधारी, तुम संग करी गोष्टी भारी
जब उस पेश गई ना कोई, हार मान फिर मित्र होई
घट-घट के अंतर की जानत, भले बुरे की पीड़ पहचानत
सूक्षम रूप करें पवन आहारा, पौणाहारी हुआ नाम तुम्हारा
दर पे जोत जगे दिन रैना, तुम रक्षक भय कोऊं हैना
भक्त जन जब नाम पुकारा, तब ही उनका दुख निवारा
सेवक उसतत करत सदा ही, तुम जैसा दानी कोई नाहीं
तीन लोक महिमा तव गाई, अकथ अनादि भेद नहीं पाई
बालक नाथ अजय अविनाशी, करो कृपा सबके घटवासी
तुमरा पाठ करे जो कोई, बंध छूट महां सुख होई
त्राहि-त्राहि मैं नाथ पुकारू, देहि अवसर मोहे पार उतारो
लै त्रिशूल शत्रुगण को मारो, भक्त जना के हृदय ठारो
मात-पिता बंधु और भाई, विपत काल पूछ नहीं कोई
दूधाधारी एक आस तुम्हारी, आन हरो अब संकट भारी
पुत्रहीन इच्छा करे कोई, निश्चय नाथ प्रसाद ते होई
बालकनाथ की गुफा न्यारी, रोट चढ़ावे जो नर-नारी
रविवार करे व्रत हमेशा, घर में रहे ना कोई कलेशा
करूँ वंदना सीस निवाये, नाथ जी रहना सदा सहाये
भक्त करे गुणगान तुम्हारा,भव सागर करो पार उतारा
Baba Balak Nath Chalisa video:
बाबा बालक नाथ चालीसा Baba Balak Nath Chalisa Pdf :FAQs
बाबा बालक नाथ किसके अवतार है
बाबा बालक नाथ भगवान शिव के अवतार है