Shri Narasimha Chalisa Pdf:दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के ही अवतार थे और उन्होंने इस धरती पर दुष्टो का संघार करने के लिए जन्म लिया था। भगवान नरसिंह ने हिरण कश्यप को मार कर अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी और पृथ्वी पर धर्म की स्थापना किया था। भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के ही अवतार थे। क्योंकि उन्होंने 24 अवतारों में से एक थे श्री नरसिंह चालीसा भगवान विष्णु के एक उग्र अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है।
Shri Narasimha Chalisa Pdf Lyrics -श्री नरसिंह चालीसा हिंदी मे
॥ दोहा ॥
मास वैशाख कृतिका युत, हरण मही को भार ।
शुक्ल चतुर्दशी सोम दिन, लियो नरसिंह अवतार ॥
धन्य तुम्हारो सिंह तनु, धन्य तुम्हारो नाम ।
तुमरे सुमरन से प्रभु, पूरन हो सब काम ॥
॥ चौपाई ॥
नरसिंह देव में सुमरों तोहि । धन बल विद्या दान दे मोहि ॥१॥
जय जय नरसिंह कृपाला । करो सदा भक्तन प्रतिपाला ॥२॥
विष्णु के अवतार दयाला । महाकाल कालन को काला ॥३॥
नाम अनेक तुम्हारो बखानो । अल्प बुद्धि में ना कछु जानों ॥४॥
हिरणाकुश नृप अति अभिमानी । तेहि के भार मही अकुलानी ॥५॥
हिरणाकुश कयाधू के जाये । नाम भक्त प्रहलाद कहाये ॥६॥
भक्त बना विष्णु को दासा । पिता कियो मारन परसाया ॥७॥
अस्त्र-शस्त्र मारे भुज दण्डा । अग्निदाह कियो प्रचंडा ॥८॥
भक्त हेतु तुम लियो अवतारा । दुष्ट-दलन हरण महिभारा ॥९॥
तुम भक्तन के भक्त तुम्हारे । प्रह्लाद के प्राण पियारे ॥१०॥
प्रगट भये फाड़कर तुम खम्भा । देख दुष्ट-दल भये अचंभा ॥११॥
खड्ग जिह्व तनु सुंदर साजा । ऊर्ध्व केश महादष्ट्र विराजा ॥१२॥
तप्त स्वर्ण सम बदन तुम्हारा । को वरने तुम्हरों विस्तारा ॥१३॥
रूप चतुर्भुज बदन विशाला । नख जिह्वा है अति विकराला ॥१४॥
स्वर्ण मुकुट बदन अति भारी । कानन कुंडल की छवि न्यारी ॥१५॥
भक्त प्रहलाद को तुमने उबारा । हिरणा कुश खल क्षण मह मारा ॥१६॥
ब्रह्मा, विष्णु तुम्हे नित ध्यावे । इंद्र महेश सदा मन लावे ॥१७॥
वेद पुराण तुम्हरो यश गावे । शेष शारदा पारन पावे ॥१८॥
जो नर धरो तुम्हरो ध्याना । ताको होय सदा कल्याना ॥१९॥
त्राहि-त्राहि प्रभु दुःख निवारो । भव बंधन प्रभु आप ही टारो ॥२०॥
नित्य जपे जो नाम तिहारा । दुःख व्याधि हो निस्तारा ॥२१॥
संतान-हीन जो जाप कराये । मन इच्छित सो नर सुत पावे ॥२२॥
बंध्या नारी सुसंतान को पावे । नर दरिद्र धनी होई जावे ॥२३॥
जो नरसिंह का जाप करावे । ताहि विपत्ति सपनें नही आवे ॥२४॥
जो कामना करे मन माही । सब निश्चय सो सिद्ध हुई जाही ॥२५॥
जीवन मैं जो कछु संकट होई । निश्चय नरसिंह सुमरे सोई ॥२६॥
रोग ग्रसित जो ध्यावे कोई । ताकि काया कंचन होई ॥२७॥
डाकिनी-शाकिनी प्रेत बेताला । ग्रह-व्याधि अरु यम विकराला ॥२८॥
प्रेत पिशाच सबे भय खाए । यम के दूत निकट नहीं आवे ॥२९॥
सुमर नाम व्याधि सब भागे । रोग-शोक कबहूं नही लागे ॥३०॥
जाको नजर दोष हो भाई । सो नरसिंह चालीसा गाई ॥३१॥
हटे नजर होवे कल्याना । बचन सत्य साखी भगवाना ॥३२॥
जो नर ध्यान तुम्हारो लावे । सो नर मन वांछित फल पावे ॥३३॥
बनवाए जो मंदिर ज्ञानी । हो जावे वह नर जग मानी ॥३४॥
नित-प्रति पाठ करे इक बारा । सो नर रहे तुम्हारा प्यारा ॥३५॥
नरसिंह चालीसा जो जन गावे । दुःख दरिद्र ताके निकट न आवे ॥३६॥
चालीसा जो नर पढ़े-पढ़ावे । सो नर जग में सब कुछ पावे ॥३७॥
यह श्री नरसिंह चालीसा । पढ़े रंक होवे अवनीसा ॥३८॥
जो ध्यावे सो नर सुख पावे । तोही विमुख बहु दुःख उठावे ॥३९॥
“शिव स्वरूप है शरण तुम्हारी । हरो नाथ सब विपत्ति हमारी” ॥४०॥
॥ दोहा ॥
चारों युग गायें तेरी महिमा अपरम्पार ।
निज भक्तनु के प्राण हित लियो जगत अवतार ॥
नरसिंह चालीसा जो पढ़े प्रेम मगन शत बार ।
उस घर आनंद रहे वैभव बढ़े अपार ॥
Shri Narasimha Chalisa Pdf Lyrics -श्री नरसिंह चालीसा फायदे :
इसमें इस चालीसा में 40 छंदों में भगवान नरसिंह Shri Narasimha Chalisa Pdf की महिमा का गुणगान किया गया है यह प्रार्थना भगवान नरसिंह के आश्रम आशीर्वाद पाने के लिए और उनकी भक्ति में अपना मन लगाने के लिए किया जाता है भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक थे और उनके चालीसा को पढ़ने से हमें एक असीम शक्ति ऊर्जा और एक अदम्य साहस का आभास होता है जिसे हम अपने जीवन में आने वाली समस्त कठिनाइयों को क्षण भर में ही दूर कर सकते हैं। भगवान नरसिंह Shri Narasimha Chalisa Pdf के चालीसा का पाठ करते समय भक्तगणों को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे कि पूजा अर्चना में कोई भेद न आवे और भगवान नरसिंह की भगवान नरसिंह का आशीर्वाद भक्त को मिल सके।
Shri Narasimha Chalisa Pdf Video:
Shri Narasimha Chalisa Pdf का उपयोग & FAQs :
नरसिंह नरसिंह चालीसा Shri Narasimha Chalisa Pdf को पढ़ते हैं जिससे भगवान विष्णु हमारे आदर्श उनके जीवन में घटित समय कठिनाइयों को निराकरण करने के लिए एवं शांत दिमाग से करने का प्रयास करते हैं नरसिंह चालीसा पढ़ने से व्यक्ति के अंदर एक साहस ऊर्जा की संचार होता है और भक्त भाई और चिंता से मुक्त हो जाता है शत्रुओं का नाश हो जाता है पढ़ाई में मन लगा रहता है विवाह जल्दी हो जाता है और सरकारी नौकरी मिलने के संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है साथ ही साथ जीवन में आने वाले अनेक कष्टों को हम इससे नष्ट कर सकते हैं जो भक्त भगवान श्री नरसिंह का चालीसा Shri Narasimha Chalisa Pdf पढ़ते हैं और उसका जाप करते हैं वह भक्त जीवन में बहुत ही सफल होते हैं वह जो भी कार्य को करते हैं भगवान नरसिंह या भगवान विष्णु का आशीर्वाद उसके ऊपर बना रहता है और वह अपने कार्यों को बहुत ही सफल पूर्वक करते रहते हैं दोस्तों भगवान नरसिंह के चालीसा को पढ़ने के लिए हमें साफ सुथरी जगह पर एक चटाई बिछाकर भगवान नरसिंह के फोटो को रखकर धूप अगरबत्ती लगाकर और प्रेम भाव से इस चर्चा का जाप करना चाहिए इस चालीसा में 40 शब्दों में भगवान नरसिंह का बखान किया गया है और उनके चालीसा का रोज 11 बार जाप करने से हमें अपने कार्यों को कम करने और दुखों को कम करने के साथ-साथ अपने कार्यों को आगे बढ़ाने और सफल होने में बहुत ही सहायता मिलती है।
नरसिंह चालीसा Shri Narasimha Chalisa Pdf पढ़ने के लाभ:
दोस्तों भगवान नरसिंह Shri Narasimha Chalisa Pdf का चालीसा पढ़ने से एक प्रकार से हम भगवान विष्णु की ही एक रूप की चालीसा को पढ़ते हैं जिससे भगवान विष्णु के हमें आदर्श उनके जीवन में घटित समय कठिनाइयों को निराकरण करने के लिए शांत दिमाग से करने का प्रयास करते हैं नरसिंह चालीसा पढ़ने से व्यक्ति के अंदर एक साहस और ऊर्जा का संचार होता है और भक्त चिंता से मुक्त हो जाता है शत्रुओं का नाश हो जाता है पढ़ाई में मन लगा रहता है विवाह जल्दी हो जाता है और सरकारी नौकरी मिलने के संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है साथ ही साथ जीवन में आने वाले अनेक कष्टों को हम इससे नष्ट कर सकते हैं जो भक्त भगवान श्री नरसिंह का चालीसा पढ़ते हैं और उसका जाप करते हैं वह भक्त जीवन में बहुत ही सफल होते हैं वह जो भी कार्य को करते हैं भगवान नरसिंह या भगवान विष्णु का आशीर्वाद उसके ऊपर बना रहता है और वह अपने कार्यों को बहुत ही सफल पूर्वक करते रहते हैं दोस्तों भगवान नरसिंह के चालीसा को पढ़ने के लिए हमें साफ सुथरी जगह पर एक चटाई बिछाकर भगवान नरसिंह के फोटो को रखकर धूप अगरबत्ती लगाकर और प्रेम भाव से इस चर्चा का जाप करना चाहिए इस चालीसा में 40 शब्दों में भगवान नरसिंह का बखान किया गया है और उनके चालीसा का रोज 11 बार जाप करने से हमें अपने कार्यों को करने और दुखों को कम करने के साथ-साथ अपने कार्यों को आगे बढ़ाने और सफल होने में बहुत ही सहायता मिलती है .